क्या आपको पता हैं दुनिया के सबसे ऊँचे डैम के बारे में:
दुनिया में बहुत सारे ऐसे डैम है जिनकी ऊंचाई के बारे में हम अंदाज़ा भी नही लगा सकते है । आज के इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे डैम्स के बारे में जानेंगे जोकि इस दुनिया में सबसे ऊंचे है ।इन डैम्स को नदियों का पानी रोकने के लिये बनाया जाता है ।भारत में ही तकरीबन 4000 छोटे-बड़े डैम है।डैम्स बाढ़ आने से तो रोकते ही है और साथ में उनमें जमा पानी सिंचाई और बिज़ली उत्पादन के प्रयोग में लाया जाता है।
न्यूरेक डैम दुनिया का सबसे ऊँचा डैम है । इसकी ऊँचाई 304 मीटर है । यह ताजकिस्तान के वख्स नदी के ऊपर बना हुआ है।इसका निर्माण कार्य 1936 में शुरू होकर 1981 में ख़त्म हुआ था।
यह डैम दुनिया का दूसरा सबसे ऊँचा डैम है। इसकी ऊँचाई 292 मीटर है । यह डैम लैनकन नदी पर बनाया गया है और दुनिया का सबसे बड़ा आर्च डैम है ।इस डैम का निर्माण पनबिजली ऊर्जा के निर्माण के लिये हुआ था और यह 4200 मेगावाट पावर स्टेशन को सपोर्ट करता है। इस डैम का निर्माण 2002 से लेकर 2010 के बीच हुआ।
डिकसेंस नदी पर बने इस डैम की ऊँचाई 285 मीटर है। यह दुनिया का सबसे ऊँचा ग्रेविटी डैम भी है।यह डैम भी पनबिजली निर्माण के लिये ही बनाया गया था।यह 4 पावर स्टेशन को बिजली प्रदान करता है और 40 हज़ार घरों को रोशन करने में सक्षम है।
यह डैम दुनिया का सबसे ऊँचा आर्च डैम है।इस हाइड्रोइलेक्ट्रिक डैम की ऊँचाई 271.5 मीटर है।यह डैम जॉर्जिया के इंगुरी नदी पर बना हुआ है।